आमला ब्लॉक में गरीबों को मिल रहा इल्ली वाला अनाज खाद्य अधिकारी नहीं करते दुकानों का निरीक्षण
अधिकारी नहीं करते निरीक्षण

आमला ब्लाक में गरीबों को मिल रहा है ‘इल्ली’ वाला अनाज खाद्य अधिकारी नही करते उचित मूल्य दुकानों की जांच
आमला ब्लाक की एक गरीब महिला की दर्दनाक कहानी
आमला. ब्लाक में रहने वाली एक गरीब महिला की आँखें अनाज की थैली को देखकर भर आईं। उसने अपने परिवार के लिए उचित मूल्य दुकान से अनाज खरीदा था, लेकिन जब उसने अनाज को घर ले जाकर देखा, तो उसमें इल्लियां निकल आईं। महिला को यह देखकर बहुत दुख हुआ, क्योंकि उसके पास इतना पैसा नहीं था कि वह दूसरी जगह से अनाज खरीद सके।उसने अपने बच्चों को देखा जो भूखे पेट सो रहे थे, और उसकी आँखों में आंसू आ गए। वह सोच रही थी कि वह अपने बच्चों को क्या खिलाएगी, क्योंकि उसके पास अब कुछ भी नहीं बचा था। यह बात एक आमला ब्लाक में रहने वाले कई गरीब लोगों की कहानी है, जिन्हें उचित मूल्य दुकानों से इल्ली वाला अनाज मिल रहा है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी नही करते उचित मूल्य दुकानों की जांच
आमला ब्लाक की उचित मूल्य दुकानों में गरीबों को मिलने वाला अनाज इल्लियों से भरा हुआ है। यह अनाज न केवल गरीबों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, बल्कि यह उनके अधिकारों का भी उल्लंघन है। जबकि शासन द्वारा खाद्य सुरक्षा अधिनियम लागू किया गया है इसके बाद भी लोगो को खराब इल्लियों वाला नाज खाना पड़ रहा है।
उचित मूल्य दुकानों पर खाद्यन्न की जांच नहीं होने से गरीबों को परेशानी
आमला ब्लाक में उचित मूल्य दुकानों पर खाद्यन्न की जांच नहीं होने से गरीबों को परेशानी हो रही है। खाद्य विभाग की जिम्मेदारी है कि वे उचित मूल्य दुकानों पर खाद्यन्न की जांच करें, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।
गरीबों के अनाज में निकल रही इल्लियां
उचित मूल्य दुकानों पर बेचे जा रहे अनाज में इल्लियां निकल रही हैं, जिससे गरीबों को परेशानी हो रही है। यह समस्या आमला ब्लाक में व्यापक है, और गरीबों को साफ और सुरक्षित अनाज नहीं मिल पा रहा है। खाद्य विभाग की लापरवाही के कारण उचित मूल्य दुकानों पर खाद्यन्न की जांच नहीं हो पा रही है।