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करोड़ों की व्यवसायिक जमीन की करवा ली फर्जी रजिस्ट्री आमला के पटवारियों का कारनामा

व्यवसायिक उपयोग की जमीन की करा ली फर्जी रजिस्ट्री

करोड़ों की व्यवसायिक उपयोग की जमीन को आवासीय प्रयोजन के लिए डायवर्सन कराकर कर दी रजिस्ट्री
फोटो –
आमला। व्यवसायिक उपयोग की जमीन का आवासीय प्रयोजन के लिए डायवर्सन कराकर अपने रिश्तेदारो के नाम नियम विरूध्द तरीके से शासन की जानकारी के बिना करोड़ो रूपयो की जमीन खरीदे जाने का मामला सामने आया है। इस मामले की शिकायत भी तहसीलदार से की है। जिसमें आरोप लगाया है कि उक्त मामले में व्यवसायिक उपयोग की जमीन का आवासीय प्रयोजन के लिए डायवर्सन कराकर मध्यप्रदेश शासन को लाखो रूपये की स्टाम्प ड्यूटी का नुकसान पहुंचाया गया है। शिकायतकर्ता शरद पप्पू जैसवाल ने कहा कि उक्त पांचो रजिस्ट्रीयों के आधार पर क्रेतागण राजस्व अभिलेखो में जल्दी से जल्दी नामान्तरण करवाने की फिराक में है एवं उक्त जमीन पर अवैध कालोनी काटने की फिराक में है एवं बेचने की फिराक में है क्योकि उक्त जमीने बेशकीमती जमीने है, व्यवसायिक प्रयोजन की जमीने है। इन पटवारियों द्वारा मिलकर अपनी काली कमाई से एवं भ्रष्टाचार द्वारा कमायी गई कमायी से अर्जित किये गये रूपयो से इस तरह का भ्रष्टाचारपूर्ण आचरण किया गया है एवं मध्यप्रदेश शासन को भी लाखो रूपयो की स्टाम्प ड्यूटी एवं पंजीयन फीस का भी नुकसान पहुंचाया गया है जिससे कि समाज में एवं पूरे शहर में एक गलत संदेश गया है जिससे कि इन पांचो के खिलाफ कार्यवाही किया जाना अति आवश्यक है। उनका आरोप है कि तहसील आमला में पदस्थ पटवारी एवं प्रभारी राजस्व निरीक्षक आनंदराव मोहबे, पटवारी सागर राठौर, पटवारी नितेश पवार, पटवारी सुरेन्द्र मस्की एवं पटवारी अश्विनी दुबे द्वारा सरकारी कर्मचारी होते हुए बिना शासन की अनुमति के, बिना शासन की जानकारी के और व्यवसायिक जमीन को आवासीय जमीन दर्शाकर मध्यप्रदेश शासन को लाखो रूपयो की स्टाम्प ड्यूटी एवं पंजीयन फीस का नुकसान पहुंचाया गया एवं भ्रष्टाचारपूर्ण तरीके से उक्त करोड़ो रूपयो की जमीन को वास्तविक मूल्य से कम मूल्य पर खरीद लिया गया इन सभी का यह आचरण आम जनता के हितो के विरूध्द है। रजिस्ट्रीयो के आधार पर क्रेतागण राजस्व अभिलेखो में नामान्तरण दर्ज करवाने की पात्रता नहीं रखते है उक्त सम्पूर्ण मामले की निष्पक्ष जांच, बकाया स्टाम्प ड्यूटी एवं पंजीयन फीस की वसूली और पटवारियो के विरूध्द कार्यवाही किया जाना भी आवश्यक है।
इनका कहना है –
तहसीलदार मेडम को लिख दिया है। शिकायतकर्ताओं के जो आरोप है, उनकी जांच होने के बाद ही आगे की कार्रवाही की जायेगी।
– शैलेन्द्र बडोनिया, एसडीएम, आमला

इस विषय मे मेको कोई जानकारी नही है में शिकायतकर्ता से मिलता हु।

अश्वनी दुबे पटवारी

शिकायतकर्ता पर में मानहानी का केस करूंगा मेरे कोई रिश्तेदार ने जमीन नही ली है

नितेश पवार पटवारी

मेरे भाई ने जमीन खरीदी है वो नोकरी में है वो जमीन ले सकते है।

सुरेंद्र मस्की पटवारी

मेरे साले ने जमीन ली है मेरा साला नीमच में डियूटी पर है मेने दो चार लाख की मदद की है।

आनंद राव महोबे पटवारी

मेरे कोई भाई ने जमीन नही ली है उस जमीन के क्रय विक्रय से मेरा कोई लेना देना नही है

सागर राठौर पटवारी

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