
*आरपीएफ जवानों की मनमानी: मछुआरों से छीनी 100 किलो मछली*
*माझी समाज के लोगों के साथ अन्याय*
आमला . रेलवे रमली डेम में मछुआरों ने 100 किलो मछली पकड़ी, लेकिन आरपीएफ के जवानों ने उन्हें छीन लिया और अपने साथ ले गए। यह घटना माझी समाज के लोगों के साथ अन्याय का एक उदाहरण है, जो मछली पकड़कर अपना जीवन यापन करते हैं।माझी समाज के अध्यक्ष राजेश अमझरे ने बताया कि मछुआरों का मछली पकड़ने का ही काम है मछली पकड़ना हमारा अधिकार है हमारे अधिकारों से हमको वंचित नहीं किया जा सकता है अगर ऐसा कोई गैर कानूनी काम किया जा रहा है तो आरपीएफ को नियमानुसार कानूनी कार्यवाही करना चाहिए ऐसा अमानवीय व्यवहार करना बहुत ही गलत बात है। आरपीएफ के उच्य अधिकारियों को इसकी शिकायत कर कार्रवाई की मांग की जाएगी।
*नियमों की अनदेखी*
रेलवे रमली डेम से मछली पकड़ने का कोई ठेका नहीं हुआ है, और मछुआरों द्वारा कभी-कभी मछली पकड़ी जाती है। लेकिन आरपीएफ के जवानों ने नियमों की अनदेखी करते हुए मछुआरों से मछली छीन ली।
*अमानवीय व्यवहार*
आरपीएफ के जवानों का यह व्यवहार अमानवीय है, खासकर जब गरीब वर्गों के लोगों के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है। अगर मछुआरों द्वारा कोई गैर कानूनी काम किया जा रहा था, तो उन पर नियम से कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए थी।
*मछुआरों की मांग*
मछुआरों ने मांग की है कि आरपीएफ के जवानों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उन्हें उनकी मछली वापस दी जाए। मछुआरों का कहना है कि वे अपना जीवन यापन करने के लिए मछली पकड़ते हैं और उन्हें अपने अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकता है।
इनका कहना है।
मछुआरों को कोई परेशानी है तो वो सीधे मुझसे आकर शिकायत कर सकते है पर हमारे किसी भी जवान ने ऐसा कुछ नही किया है गलत आरोप लगाए जा रहे है।
हरिमोहन निरंजन थाना प्रभारी आरपीएफ आमला