
*आमला में अव्यवस्थित स्कूल की जांच में लापरवाही*
*स्कूल की अव्यवस्था*
आमला. ब्लाक के ग्राम ज्म्बाड़ा में एक निजी स्कूल की छत पतले टिन की बनी हुई है, जो कि सुरक्षा के लिहाज से बहुत ही खतरनाक है। स्कूल का भवन पक्का और लेंटर युक्त होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है। बारिश में आकाशीय बिजली गिरने का खतरा बना रहता है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। शिक्षा के अधिकार के अंतर्गत स्कूल संचलित नही किया जा रहा है इसके बाद भी अधिकारी स्कूल का भौतिक सत्यापन नही कर रहे है। ऐसे में स्कूल के बच्चों के साथ बड़ा हादसा भी घट सकता है।
*शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही*
शिक्षा विभाग के अधिकारी जांच करने में लापरवाही बरत रहे हैं। एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी स्कूल की जांच नहीं की गई है। बिना जांच के ही स्कूल को मान्यता दे दी गई है, जो कि नियमों के विरुद्ध है।
*जांच नही करने पर अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं*
– शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूल संचालक को बचाने में क्यों लगे हैं?
– क्या अधिकारियों की लापरवाही के कारण कभी बड़ा हादसा हो सकता है?
– क्या स्कूल की अव्यवस्था के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी?
*जांच की मांग पर अधिकारी नही देते ध्यान*
स्कूल की जांच करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठ रही है। लोगों का कहना है कि स्कूल की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।
*नियम विरुद्ध संचलित किया जा रहा निजी स्कूल*
आमला के ग्राम ज्म्बाड़ा में निजी स्कूल की अव्यवस्था और शिक्षा विभाग की लापरवाही एक बड़ा मुद्दा है। स्कूल की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए जांच करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की आवश्यकता है।