मेहरा समाज द्वारा हल्दी कुमकुम कार्यक्रम आयोजित
मेहरा समाज द्वारा हल्दी कुमकुम कार्यक्रम आयोजित किया गया

मेहरा समाज के हल्दी कुमकुम कार्यक्रम में जुटी 100 महिलाएं
‘समाज के बदलाव में महिलाओं की भूमिका सशक्त होना जरूरी’
आमला. मेहरा समाज का हल्दी कुमकुम कार्यक्रम रविवार को उप नगरी बोड़खी में सिद्धेश्वरी मंदिर में किया गया। महिलाओं ने एक दूसरे को सुहाग सामग्री भेंट कर सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद दिया। हल्दी कुमकुम कार्यक्रम मे हमारी संस्कृत्ति पारिवारिक संस्कार और
सामाजिक उत्तरदायित्व का प्रतीक है। वर्तमान में जो बदलाव और पारिवारिक मूल्यों का हरण हो रहा है। उसे लेकर हमें सचेत रहना होगा। उन्होंने कहा इस प्रकार के आयोजन समाज को जोड़े रखने में सहायक है समाज की महिलाओं को सशक्त बनाने का माध्यम भी बनते हैं। उन्होंने समाज के बढ़ते पारिवारिक विवादों और तलाक की प्रवृत्ति पर मंथन बेटियों की शिक्षा और उनके आर्थिक विकल्पों पर चिंता करने की आवश्यकता पर बल दिया। और कहा कि समाज की महिलाओं को एकजुट होकर समाज की उन्नति के लिए कार्य करना चाहिए। इस अवसर पर सभी ने संकल्प लिया कि अपने समाज और परिवार को मजबूत बनाने सक्रिय भूमिका निभाएंगी। कार्यक्रम में उपस्थित श्रीमती इंदिरा गाडरे सुनीला घोरसे चंदा बेले रेशमा बेले कमलिया घोरसे दुर्गा घोरसे कमलती मोरले ज्योति बेले नीलू नागले कंचन बामने सरिता नागले शांता बिसोने कुसुम बिसन्द्रे गीता मोरले ज्योति बामने सुनीता नागले सरोज नागले लक्ष्मी नागले इंदिरा बेले लता बिसन्द्रे पुष्पा हाथिया भारती हाथिया विद्या हरसूले सुषमा बामने कमला बेले अंजनी झारखंडे कौशल बचले ओम लता बागियर सोनू नागले ज्योति नागले ममता बचले अनिता बचले रामरति बामने चंद्रकला नागले रेखा बेले वंदना बेले कचरों बामने कविता बामने रानी बिसोने चंद्रिका बिसोने वर्षा बिसोने चंद्रकला बिसन्द्रे आदि महिलाओं के द्वारा कार्यक्रम संपन्न हुआ